तुम मजबूर हो नहीं, बस मजबूरी पकड़ रखी है || आचार्य प्रशांत (2025)
वारि जाऊँ मैं सतगुरु के । कबीर साहब
आम-आदमी की दुर्दशा का कारण || आचार्य प्रशांत
जाति का दाग लगा है? तो ऐसे रगड़ कर साफ़ करें || आचार्य प्रशांत, किरोड़ीमल कॉलेज, DU (2025)
एक की पत्नी छोड़ गई, दूजे की ज़िंदगी में मौज है: कथा माया की || आचार्य प्रशांत, महाशिवरात्रि (2025)
Kumbh आम-आदमी की दुर्दशा का कारण || आचार्य प्रशांत